Posts
Showing posts from October, 2018
HIV Testing Day
- Get link
- X
- Other Apps
Today marks the 24th National HIV Testing Day – a day to encourage people to get tested for HIV, know their status, and get linked to care and treatment. This year’s theme, Test Your Way. Do It Today. , is a reminder that there are more ways than ever to get an HIV test – in a clinic, from your health care provider, at a testing event, at home, from a local organization, and more! We are over three decades into this epidemic and have made many strides. HIV treatment works and undetectable equals untransmitable (U=U). But one of the first steps to living well – with or without HIV – is to know your status and, according to the CDC, about one in seven people living with HIV don’t know they have it. Besides lack of access and knowledge on how to get tested, stigma remains one of the largest barriers that prevents people from getting tested. To help get the word out about the importance of testing and to fight HIV stigma, our President & CEO, Jesse Milan, Jr., collaborated with
HIV and AIDS Symptoms and Cure: जानें एचआईवी के बारे में सबकुछ, क्या होती हैं वजहें, लक्षण और इलाज
- Get link
- X
- Other Apps
यह वायरस धीरे-धीरे व्यक्ति की संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम कर देता है. जब शरीर की प्रतिरोधक क्षमता इतनी कम हो जाती है. क्या है एचआईवी (What is HIV and AIDS in Hindi) एड्स यानी एक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिन्ड्रोम एक बीमारी है जो ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस या एचआईवी (HIV) के कारण होती है. एचआईवी संक्रमण होने के तुरंत बाद यह एक 'फ्लू’ जैसी बीमारी होती है. फ्लू केवल कुछ दिनों तक रहता है और बहुत हल्का होता है इस कारण लोग इसे पहचान नहीं पाते. यह वायरस धीरे-धीरे व्यक्ति की संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम कर देता है. जब शरीर की प्रतिरोधक क्षमता इतनी कम हो जाती है कि वह संक्रमण का विरोध नहीं कर पाता, तो कहा जाता है कि व्यक्ति को एड्स हो गया है. एचआईवी संक्रमण को एड्स तक पहुंचे में 8 से 9 साल लग जाते हैं. अगर किसी व्यक्ति को एड्स हो गया है और रोगी को एंटी-रेट्रोवायरल उपचार नहीं दिया जा रहा तो आमतौर पर 12 से 18 महीनों में उसकी मौत हो सकती है. एंटी-रेट्रोवायरल उपचार पर व्यक्ति लम्बे समय तक सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है. ध्यान रहे यह इंफेक्शन कभी खत्म नहीं होता
रैली निकाल एचआइवी से बचाव के लिए किया जागरूक
- Get link
- X
- Other Apps
करनाल के एनसीसी कैडेटों ने खानपुर कोलियां, कनीपला और धीरपुर गांवों में एचआइवी और एड्स से बचाव की जानकारी देने के लिए जागरूकता रैली निकाली गई। जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : करनाल के एनसीसी कैडेटों ने खानपुर कोलियां, कनीपला और धीरपुर गांवों में एचआइवी और एड्स से बचाव की जानकारी देने के लिए जागरूकता रैली निकाली गई। संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेने वाले कैडेटों ने हाथों में बैनर लेकर तीनों गांवों की गलियों में नारे लगाकर एचआइवी से बचाव की जानकारी दी। रैली का शुभारंभ करते हुए कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल विक्रमजीत ¨सह परमार ने कहा कि एड्स के प्रति न केवल स्वयं के लिए जागरूक होना जरूरी है, बल्कि समाज के हर नागरिक को खतरनाक वायरस की जानकारी पहुंचाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार यह खतरनाक वायरस एक मनुष्य के शरीर में प्रवेश कर सकता है। उन्होंने इससे बचने के उपाय बताए। सहायक निर्देशक डॉ. उजिता बालयान ने एड्स के कारण, लक्षण, उपचार संबंधी संपूर्ण जानकारी दी। इस मौके पर बल¨वद्र ¨सह, निशा, राखी शर्मा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर वीना ¨सह, कैप्टन राजेश कुमार, कैप्टन अनीता जू
48 thousand hiv aids patient in punjab
- Get link
- X
- Other Apps
पंजाब में एड्स के 48 हजार मरीज - Jagran.com ki report. ::खतरनाक:: -अमृतसर जिले में सबसे ज्यादा 9047, जबकि फाजिल्का में सबसे कम 460 मरीज -पंजाब स्टे -अमृतसर जिले में सबसे ज्यादा 9047, जबकि फाजिल्का में सबसे कम 460 मरीज -पंजाब स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी के आंकड़ों से सामने आई भयावह तस्वीर जय सिंह छिब्बर, चंडीगढ़: नशे के साथ-साथ एड्स जैसी गंभीर व लाइलाज बीमारियां भी पंजाब की जवानी को तबाह कर रही हैं। नशे के मुद्दे पर पिछले कई सालों से जमकर राजनीति हो रही है, लेकिन पंजाब में कई गंभीर बीमारियों के बढ़ रहे प्रभाव के बारे में राजनीतिज्ञों समेत समाज का बड़ा वर्ग चुप है। सेहत एवं परिवार कल्याण विभाग की एजेंसी पंजाब स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी से प्राप्त आकड़े बताते हैं कि सूबे में 48008 लोग एड्स की लाइलाज बीमारी से पीड़ित हैं। इसके अलावा पिछले 25 माह के दौरान 48737 मरीज काला पीलिया (हेपेटाइटिस सी) से पीड़ित हैं। सेहत एवं परिवार कल्याण विभाग पंजाब के आंकड़े बताते हैं कि गुरुनगरी अमृतसर में सबसे अधिक 9047 लोग एड्स से पीडित हैं, जबकि दूसरा नंबर लुधियाना का है, जहां 6373 एड्स रोगी हैं। फाजिल्का